जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद, दक्षिण एशिया में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद, दक्षिण एशिया में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इस हमले में कम से कम 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। अब भारत की संभावित सैन्य प्रतिक्रिया की आशंका के चलते पाकिस्तान ने अपने रक्षा तंत्र को हाई अलर्ट पर रख दिया है।
पाकिस्तानी वायुसेना (PAF) ने अपने सबसे उन्नत निगरानी प्रणाली Saab Erieye Airborne Early Warning and Control (AEW&C) विमान को भारतीय सीमा के निकट तैनात कर दिया है। यह प्रणाली, जो Saab 2000 विमान पर आधारित है, दुश्मन के विमानों, क्रूज़ मिसाइलों और जमीनी खतरों का दूर से पता लगाने में सक्षम है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विमान राजस्थान से लेकर जम्मू सेक्टर तक के हवाई क्षेत्र में लगातार गश्त कर रहा है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सतर्क है।
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पाकिस्तानी वायुसेना की गतिविधियों को लेकर कई अपुष्ट दावे सामने आए हैं। इनमें दक्षिणी कमान से उत्तरी कमान की ओर लड़ाकू और समर्थन विमान का पुनःतैनाती, कई एयरबेस की सक्रियता, और भारतीय सैन्य संचार की निगरानी के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस (ELINT) प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग शामिल है। भले ही इन दावों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह Pulwama-Balakot के समय जैसी सैन्य मुद्रा की याद दिलाते हैं।
पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी The Resistance Front (TRF) ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का ही एक फ्रंट मैन माना जाता है। इस हमले की बर्बरता—जिसमें कथित रूप से धर्म के आधार पर लोगों को चुनकर मार दिया गया—ने अंतरराष्ट्रीय निंदा को जन्म दिया है और भारत में जबरदस्त आक्रोश पैदा किया है। अब देशभर में इस हमले के जवाब में सशक्त सैन्य कार्रवाई की मांग तेज़ हो रही है।
इन हालातों में पाकिस्तान की सेना ने न केवल अपने सुरक्षा संसाधनों को सक्रिय किया है, बल्कि रणनीतिक रूप से भी खुद को तैयार कर लिया है। एरीआई जैसे AEW&C और ELINT संसाधनों की तैनाती न केवल रक्षात्मक बल्कि सक्रिय निगरानी की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। यह भारतीय वायुसेना की गतिविधियों पर वास्तविक समय में निगरानी और संभावित प्रतिक्रिया को तेज़ी से लागू करने में मदद करेगी।
इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने हाल ही में कश्मीर को पाकिस्तान की "शरीयान नस" (jugular vein) कहकर तनाव को और हवा दे दी है। यह बयान, साथ ही PAF की सैन्य तैनाती, संकेत देता है कि पाकिस्तान भी किसी संभावित संघर्ष की आशंका से इनकार नहीं कर रहा है। स्थिति फिलहाल अत्यंत संवेदनशील बनी हुई है, और पूरे क्षेत्र की निगाहें भारत के अगले कदम पर टिकी हैं।